मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम मर्यादा शब्द के भिन्न अर्थ है: १) सीमा, २) प्रतिज्ञा, ३) सदाचार, ४) धर्म, ५) नियम, ६) गौरव श्री राम ने सदा ‘मर्यादा’ का पालन किया, वे…
जय माता दी बोल भगता,चिट्ठी माँ की आएगी,जाग जगराते में,माँ तेरे भाग्य जगाएगी,दिल से जो पुकारेगा,देर ना लगाएगी,जाग जगराते में,माँ तेरे भाग्य जगाएगी,जय माता दीं बोल भगता ॥ इस ज्योत…
जब जब हम दादी का,मंगल पाठ करते हैं,साछात धनयाणी से,हम बात करते हैं ॥ जो मंगल पाठ कराते हैं,उनके रहते हरदम ठाठ,जहां ये पाठ होता है,वहां हो खुशियों की बरसात,जब…
फूलो से अंगना सजाउंगीजब मैया मेरे घर आएंगी।चन्दन चौकी बिछाऊमाँ का आसन सजाउंमै तो माँ को उस पे बिठाउंगीजब मैया मेरे घर आएंगी। फूलो से अंगना सजाउंगीजब मैया मेरे घर…
लाल लाल चुनरी सितारों वाली,सितारो वाली,जिसे ओढकर आई है,माँ शेरोवाली ॥जिसको ब्रह्मा ने बनाया,जिसको विष्णु ने सजाया,जिसको भोले ने रंग में रंग डाली,लाल लाल चुनरी सितारों वाली,सितारो वाली,जिसे ओढकर आई…
शेर पे सवार मेरी शेरांवाली माँपहाड़ों में बसी मेरी मेहरावाली माँरूप हैं तेरे कई ज्योता वाली माँनाम है तेरे कई लाता वाली माँजग जननी है मेरी भोली भाली माँजग जननी…