राम लक्ष्मण ना माँगो गुरुजी

जय श्री राम भजन

राम लक्ष्मण ना माँगो गुरुजी,
वो तो देने के क़ाबिल नहीं हैं,
उनकी छोटी उमरिया अभी है,
बन में जाने के क़ाबिल नहीं हैं…

राम के सर पे मुकुट सजे हैं,
और चंदन के तिलक लगे हैं,
सिर झुकाने के क़ाबिल नहीं है,
राम लक्ष्मण ना माँगो गुरुजी….

इनके अंगों में बटुका सजे हैं,
और कमर पीताम्बर सजे हैं,
धनुष उठाने के क़ाबिल नहीं हैं,
राम लक्ष्मण ना माँगो गुरुजी….

उनके पैरों में पायल बंधे हैं,
उनके हाथों में लाली लगी हैं,
कंकड़ पे चलने के क़ाबिल नहीं हैं,
राम लक्ष्मण ना माँगो गुरुजी….